एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों ने 9 साल के बच्चे के फेफड़ों से सिलाई की सुई निकाली बच्चे के शिकार में फंसी 4 सेमी की सुई: एम्स के वकील ने पहली बार विदेशी सर्जरी नहीं की

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भु23 मिनट पहले

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पश्चिम बंगाल में रहने वाले 9 साल के बच्चे के घर में 4 सेमी की सूइयां फंस गईं। जिसे एम्स के वकीलों ने लेस्ली सर्जरी कर बाहर निकाला।

अस्पताल की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, बाल चिकित्सा विभाग ने ब्रोंकोस्कोपिक सर्जरी के लिए सुई निकालने की सलाह दी। ऐसा पहली बार हुआ कि ओडिशा के किसी बाल रोग केंद्र ने बिना किसी विदेशी सर्जरी के किसी नुकीली चीज को बाहर भेज दिया।

बाईं ओर की ओर फँसी थी सुई
इंडिया टुडे के अनुसार, चाइल्ड के रिव्यू के लेफ्ट साइड लोब ब्रोंक्स लेटरल पार्ट में लगभग चार स्टूडेंट लॉन्ग की एक सुई फंसी हुई थी। उन्हें एम्स एम्स में भर्ती किया गया था।

प्रारंभिक जांच के बाद, बाल रोग विशेषज्ञ की एक टीम, जिसमें डॉ. रश्मि रंजन दास, डॉ. कृष्णा एम गुल्ला, डॉ. केतन और डॉ. रामकृष्ण शामिल थे। उन्होंने बिना किसी नमूने के सुई के ड्रा के लिए ब्रोन्कोस्कोपिक किया।

एक घंटा चला ऑपरेशन
मेडिकल जर्नलिस्ट के बारे में बात करते हुए हॉस्पिटल के एक्जीक्यूटिव डॉयरेक्टर डॉक्टर आशुतोष ने कहा कि यह ऑपरेशन 1 घंटे तक चला था। डॉ. कृष्णा एम गुल्ला ने कहा, “ब्रोंकोस्कोपिक, एम्स बिहार और पूरे भारत में केवल कुछ ही केंद्र उपलब्ध हैं।”

उन्होंने कहा, एम्स, बीएचएस में पल्मोनोलॉजी और स्टाकोलॉजी टीम है, जो नवजात शिशु से लेकर 15 साल तक के बच्चों की ब्रोंकोस्कोपिक सर्जरी करती है।

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