एनआईए ने मानव तस्करी गिरोह के 4 सिंडिकेट का खुलासा किया जिन्होंने दो साल में हजारों रोहिंग्याओं को 10 राज्यों में बसाया | टीचर्स ने दो साल में हजारों रोहिंग्याओं को 10 राज्यों में अवैध तरीके से बसाया

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नई दिल्ली32 मिनट पहलेलेखक: पवन कुमार

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राक्षस ने हाल ही में एक साथ 10 राज्यों में रोबोट कर मानव गिरोह के 44 लोगों को गिरफ्तार किया है।  - दैनिक भास्कर

राक्षस ने हाल ही में एक साथ 10 राज्यों में रोबोट कर मानव गिरोह के 44 लोगों को गिरफ्तार किया है।

भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा सुरक्षा मस्जिदों को चकमा देते हुए मानव कलाकारों ने हजारों रोहिंग्या कलाकारों को न केवल सीमा पार बसाया, बल्कि मोटे दलित लेकर उन्हें देश के दस अलग-अलग राज्यों में भी बसा दिया।

टीचर बांग्लादेश के उन रोहिंग्याओं पर ही फोकस करते हैं, जिनके पास पैसा है। इस संबंध में इंटरपोल ने भी देश में बड़े पैमाने पर अवैध संग्रहालयों को बसाने के लिए मानव शिक्षकों की सक्रिय से जुड़ी कॉमेडी फिल्म से साझा किया था।

जांच में सामने आया कि मध्य प्रदेश, असम, तमिलनाडु, कर्नाटक और राजस्थान के आपराधिक गिरोह के गिरोह पर काम कर रहे हैं। इसके खुलासे पर भारतीय गुप्तचर विभाग ने गृह मंत्रालय को इसकी सूचना दी, जिसके बाद मंत्रालय ने एनआईए को इसकी जांच परख दी।

राक्षस ने हाल ही में एक साथ 10 राज्यों में रोबोट कर मानव गिरोह के 44 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के आधार पर पता चला कि टीचर्स ने यह काम सिर्फ दो साल में किया था।

फरवरी 2021 के अधिकांश रोहिंग्या द्वीप के बाद टीचर्स को मोटो नागालैंड
यूएनआर की रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2021 से अब तक भारत में अरुणाचल प्रदेश, मॉकेल, मिजोरम और नागालैंड में बने शेल्टर होम में करीब 20 हजार रोहिंग्या मुसलमान रह रहे हैं। वहीं, सुरक्षा निर्देश के, दो साल में बांग्लादेश से रोहिंग्या और अन्य समुदाय के लोगों को मोटी नागालैंड लेकर टीचर्स ने भारत में अवैध तरीके से प्रवेश द्वार बनाया।

भारतीय पहचान डीलकर संपत्ति में भी मदद की
शिक्षकों ने कई रोहिंग्याओं को फर्जी आधार, पैन और वोटर कार्ड भी दिए। ऐसे हजारों लोग जो मर चुके हैं या गुमशुदा हैं, उनकी पहचान चुराए गए आधार अपडेट के नाम पर रोहिंग्याओं के डेटा डॉक्यूमेंट्री से होती है, जिससे उन्हें भारतीय पहचान मिल सके। 200 से अधिक आधार और पैन कार्ड जब्त हैं।

इन आधार पर भारत में प्रापार्टी की मदद की गई। कलाकारों से पूछताछ कर ऐसे अप्रवासी की जानकारी हासिल कर रहे हैं, जिससे उन्हें वापस बुलाया जा सके। एनआईए ने इस मामले में भारत में 44 मानव तस्करों के खिलाफ गैंग, चेन्नई, बेंगलुरु और जयपुर में चार अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं।

किन शहरों में बसाया

  • कर्नाटक: बेंगलुरु, मंगलौर, गुलबर्गा, बीदर, धारवाड़, रायचूर, चामरपेट, कलबुर्गी
  • प.बंगाल: दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद, नादिया
  • हरियाणा: नूंह, मेवात राजस्थान: जयपुर, जोधपुर, अलवर
  • तेलंगाना: तेलंगाना: चेन्नई पुडुचेरी जम्मू-कश्मीर असम असम

पश्चिमी यूपी-दिल्ली भी बड़ा गढ़
सुरक्षा सबूत के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बड़ी संख्या में रोहिंग्या अवैध तरीके से रह रहे हैं। यूपी ए टैक्स ने इसी साल जुलाई में मथुरा, क्रिएटिविटी, गाजियाबाद, रेगिस्तान और त्रिपुरा जिलों में एक साथ स्ट्राइक स्ट्राइक 74 रोहिंग्याओं की स्थापना की थी।

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