उत्तम रडार तेजस | भारतीय वायु सेना तेजस उत्तम एईएसए रडार अपडेट | इजराइली रेडियो को रिप्लेस करना, 50 किलोमीटर दूर ट्रैक करने में सक्षम, 100 KM दूर से टूटे हुए दुश्मनों की पहचान

नई दिल्ली7 मिनट पहले

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भारतीय वायु सेना ने एचएएल को 123 तेजस फाइटर जेट का ऑर्डर दिया था।  इनमें से 31 विमान मिल गए हैं।  ये सभी तेजस मार्क-1 हैं।  - दैनिक भास्कर

भारतीय वायु सेना ने एचएएल को 123 तेजस फाइटर जेट का ऑर्डर दिया था। इनमें से 31 विमान मिल गए हैं। ये सभी तेजस मार्क-1 हैं।

भारतीय वायु सेना के लाइट कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट (LAC) तेजस में अब स्वदेशी अल्ट्रा का उपयोग किया जाएगा। यह एक साथ 50 श्लोकों को ट्रैक करने में सक्षम है।

उत्तम अभी भारतीय वायु सेना में युग होने वाले इजराइली वायुसेना को रिप्लेस करना है। उत्तम अल्ट्रासाइस की एक और विशेषता है कि यह 100 किमी दूर दुश्मनों को पहचानने की सुविधा है।

इसके अलावा प्रोटोटाइप्स में अंगद इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट का भी इस्तेमाल किया जाएगा। यह जैमर कैसे काम करता है।

एयरो इंडिया 2019 के दौरान तेजस में उत्तम एयरलाइंस की तस्वीर सामने आई थी।

एयरो इंडिया 2019 के दौरान तेजस में उत्तम एयरलाइंस की तस्वीर सामने आई थी।

एयरो इंडिया 2019 की प्रदर्शनी के दौरान बेहतरीन चित्रों का प्रदर्शन किया गया।

एयरो इंडिया 2019 की प्रदर्शनी के दौरान बेहतरीन चित्रों का प्रदर्शन किया गया।

सेना के अधिकारियों का कहना- एलसीए मार्क-1ए से जोड़ा गया रिवर
रक्षा अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक स्कैंड एरे (एईएसए) उत्तम इलेक्ट्रिक और एएनजीडी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है और यह जल्द ही एलसीए मार्क-1ए विमान के साथ जुड़ जाएगा।

इजराइल के ELTA 2052 का रिप्लेस
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने जिन 83 एलसीए मार्क 1ए एफिशिएंसी प्रिंट का ऑर्डर दिया है। उनमें से 41वें तेजस विमान से लेकर 83वें संस्करण में उत्तम और अंगद का उपयोग किया जाएगा। पहले के 40 तेजस फाइटर जेट में इजराइल के ELTA 2052 इलेक्ट्रिक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत का सर्वोत्तम रेडियो इजराइल के राय को रिप्लेस कर देगा।

इंडियन एयर फोर्स 83 एलसीए मार्क 1 के अलावा 97 और स्मार्टफोन्स के लिए ऑर्डर जारी है। इन दस्तावेजों को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) बनाया जा रहा है। इनमें से 31 विमान मिल गए हैं। ये सभी तेजस मार्क-1 हैं।

भारत के पास 31 तेजस मार्क-1ए विमान, कुछ कश्मीर में स्थिर
30 जुलाई को वायुसेना ने जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा एयरबेस पर लड़ाकू विमान तेजस एमके-1 की स्थापना की। सेना का कहना है कि उसके पायलट घाटी में उड़ान की प्रैक्टिस कर रहे हैं।

कश्मीर, पड़ोसी देश चीन-प्रवीण के अनुरोध से प्रार्थना है। तेजस एमके-1 मल्टीरोल प्रभाव लड़ाकू विमान है जो वायु सेना को कश्मीर के जंगल और पहाड़ी द्वीप में और मजबूत बनाना चाहता है।

भारतीय वायु सेना के पास स्थिर वक्त में 31 तेजस विमान हैं। सेना जम्मू-कश्मीर और दहशतगर्दी में अपने प्रोटोटाइप को पहले भी ले जा रही है, ताकि उन्हें हिमालय की घाटियों में उड़ान का अनुभव मिल सके।

अपनी 4 माँ की वजह से रेस्ट फाइटर जेट से अलग है तेजस
इस समय भारतीय वायु सेना के बेड़े में जो टॉप फाइटर जेट हैं उनमें सुखोई Su-30MKI, राफेल, मिराज, मिग-29 और तेजस का नाम शामिल है। तेजस अपनी इन मछलियों की वजह से रेस्ट के चारों फाइटर जेट से अलग और खास है…

  • पहला: यह विमान 50% कलपुर्जे यानि भारत में ही तैयार हो गया है।
  • दूसरा:इसमें इजराइल के EL/M-2052 का उपयोग किया गया है। इसमें से एक के साथ 10 लक्ष्यों को ट्रैक कर उन पर लागू किया जा सकता है।
  • तीसरा: बेहद कम जगह यानी 460 मीटर के रनवे पर टेकऑफ़ करने की क्षमता।
  • चौथा: यह फाइटर जेट सुखोई, राफेल, मिराज और मिग से प्रभावित है। इसका वजन 6500 किलो है।

फाइनल एयरफोर्स को तेजस की जरूरत क्यों पड़ी?
पिछले पांच दशकों में 400 से ज्यादा मिग-21 के टुकड़े मंगाए जाने की वजह से भारत सरकार इसका जवाब चाहती रही थी। तेजस के समान मिग-21 की जगह लेना संभव हो गया है। इस विमान का वेट कम होने की वजह से यह समुद्री जहाज़ों से आसानी से ज़मीन और टेक ऑफ कर सकता है। यही नहीं, इसकी हथियार ले जाने की क्षमता मिग-21 से दोगुनी है। तेजस की बंदूक 2205 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो कि राफेल से 300 किलोमीटर प्रति घंटा ज्यादा है।

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भारत के फाइटर जेट को बेचने वाला अमेरिका चाहता है

1965 की जंग में भारत के 35 लड़ाकू विमान धाराशायी हो गये थे। यही नहीं कार्टूनिस्ट जीपीएस में, RATICS नहीं लगे होने की वजह से स्क्वॉड्रन लीडर विलियम ग्रीन भारत के बजाय पाकिस्तान में ज़मीन कर गए थे। पूरी खबर पढ़ें…

वायु सेना में तेजस मार्क-2 के 6 का अधिग्रहण

देश में निर्मित लड़ाकू विमान तेजस का उन्नत संस्करण जल्द ही वायु सेना की ताकत को बढ़ाया जाएगा। एयर चीफ मार्शल मार्क रिवायत चौधरी ने कहा कि लड़ाकू विमान (एलसीए) का उन्नत संस्करण तेजस-2 के छह स्क्वाड्रन बने रहेंगे। एयरफोर्स के लिए आवश्यक 108 प्लेन टिकट का निर्णय लेना आवश्यक है। पूरी खबर पढ़ें…

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