इसरो हर दिन 100 से अधिक साइबर हमलों से लड़ता है: एस सोमनाथ | डिजाइन में युग होने पर चिप पर खतरा मैन, सोमन बोले- हमारा नेटवर्क पूरी तरह से सुरक्षित है

कोच्चि12 मिनट पहले

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इसरो के प्रमुख साइबर एस सोमनाथ शनिवार को केरल के कोच्चि में दो दिव्य अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल हुए।  - दैनिक भास्कर

इसरो के प्रमुख साइबर एस सोमनाथ शनिवार को केरल के कोच्चि में दो दिव्य अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल हुए।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साफ्टवेयर पर हर दिन 100 से ज्यादा बड़े साइबर हमले होते हैं। यह बात इसरो प्रमुख एस एस सोमनाथ ने शनिवार को केरल के कोच्चि में दो दिव्य अंतर्राष्ट्रीय साइबर सम्मेलन के दौरान बताई।

सोमन ने कहा- डिज़ाइन टेक्नोलॉजी में साइबर हमले की संभावना बहुत अधिक है। क्योंकि इसमें एडवांस्ड सॉफ्टवेयर और चिप का इस्तेमाल किया जाता है।

यह ख़तरा कितना भी बड़ा हो, इसरो के इस दावे का बचाव पूरी तरह से सुरक्षित है। सोमन ने कहा- हमारा साइबर सिस्टम सिक्योरिटी नेटवर्क लॉन्च हो गया है। इसमें किसी भी तरह की सेंध नहीं लगाई जा सकती।

समय के साथ टेक्नोलॉजी बदल रही है, हमें भी अपडेट करते रहना होगा
इसरो प्रमुख ने आगे कहा कि सॉफ्टवेयर के अलावा, ऑर्गनाइजेशन डिजाइन के अंदर के मसालों की सुरक्षा पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग प्रकार से परीक्षण किया जा रहा है।

सोमन ने कहा- पहले हम एक सैटेलाइट की निगरानी के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर रहे थे। अब कई सैटेलाइट के लिए काम किया जा रहा है। इससे पता चलता है कि समय के साथ तकनीक बदल रही है। हमें उसी के अकाउंट से अपडेट करना होगा।

सोमन ने आगे कहा, आम लोगों की डेली रूटीन में मदद करने वाले कई सैटेलाइट भी मौजूद हैं। इन सभी को विभिन्न प्रकार के सॉफ़्टवेयर द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इन सभी की सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।

आर्टिफिशियल फिजियोलॉजी की मदद ले सकते हैं
साइबर हमले के बारे में दावा किए गए सोमनाथ ने आगे कहा – एडवांस्ड टेक्नोलॉजी हमारे लिए एक वरदान भी है और खतरा भी। हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी टेक्नीक का इस्तेमाल करके साइबर क्राइम का उद्घाटन कर सकते हैं। इसके लिए बेहतर रिसर्च और कड़ी मेहनत करनी होगी।

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