नई दिल्ली2 मिनट पहले
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दिल्ली पुलिस ने उच्च रैंकिंग अधिकारियों का एक पैनल बनाया है, जो संसद की तरफ से हाल ही में पास किए गए तीन क्रिमिनल बिलों की अध्ययन यात्रा को पास करता है। ये एसोसिएट इन बिलों की स्टडी करके कोर्स मैटेरियल भी तैयार करना चाहते हैं। हालाँकि, अभी भी गृह मंत्रालय ने इन बिलों को लागू करने की तारीख का खुलासा नहीं किया है, इसके पहले ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने 13 अभ्यर्थियों की समिति बनाई है।
ये तीन कानून हैं- भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) संहिता 2023 और भारतीय मानक (द्वितीय) संहिता 2023, जिसमें ब्रिटिश काल के भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय एविद्या संहिता शामिल हैं। अधिनियम की जगह लागू होगा। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन बिलों पर मुहर लगाई थी।
आईपीएस अधिकारी छाया शर्मा समिति की समिति में नियुक्त
इस परीक्षण के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने आईपीएस अधिकारी छाया शर्मा को चुना है। उनके अंडर 13 अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे जांच अधिकारियों के लिए कोर्स सामग्री तैयार करें, ताकि वे नए पेशेवरों और प्रक्रिया में बदलाव की व्यावहारिक समझ हासिल कर सकें।
इस समिति में शामिल हैं- डीसीपी जॉय तिर्की (उत्तर पूर्व), बटलर डीसीपी उमा शंकर (डीपीए), एसीपी हरि सिंह (ईओडब्ल्यू), इंस्पेक्टर राजीव कुमार (आईएफएसओ/स्पेशल सेल), इंस्पेक्टर राजीव भारद्वाज (स्पेशल सेल), इंस्पेक्टर श्रीनिवास (डीपीए), इंस्पेक्टर श्रीनिवास कुमार (एसएचओ/शाहीन बाग), सेक्शन 8 इंस्पेक्टर अरुण कुमार (एसएचओ/नॉर्थ एवेन्यू), इंस्पेक्टर सुरेश कुमार (ईओडब्ल्यू), इंस्पेक्टर अनिल (डीपीए), इंस्पेक्टर संजीव कुमार (ईओडब्ल्यू), एसआई सोमवार (डीपीए) और एसआई रजनी कांत (ईस्ट डोम)।