आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को मिलेगा UCC का फाइनल ड्राफ्ट | आज सीएम उत्तराखंड को प्रस्तावित यूसीसी का फाइनल ड्राफ्ट: 3 फरवरी को सचिवालय में चर्चा, 5 को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया

30 मिनट पहले

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मई 2022 में उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस रंजना प्रकाश दुबे की नियुक्ति में पांचवी सामुहिक समिति की थी के लिए यूसीसी ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है।  - दैनिक भास्कर

मई 2022 में उत्तराखंड में यूसीसी ड्राफ्ट तैयार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस रंजना प्रकाश दुबे की नियुक्ति में पांचवी सामुहिक समिति की थी।

समान नागरिक संहिता कानून (यूसीसी) के लिए साझीदार समिति अपनी अंतिम रिपोर्ट शुक्रवार (2 फरवरी) को उत्तराखंड सरकार को सौंपेगी।

सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री आवास में इसके लिए कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। इसके बाद यूसीसी का ड्राफ्ट 3 फरवरी को होने वाली सचिवालय बैठक में लाया जाएगा, जहां ड्राफ्ट पर गहनता से चर्चा की जाएगी।

कैबिनेट बैठक की मुहर के बाद यूसीसी का मसौदा विधानसभा में पेश किया गया, जिसके लिए 5 फरवरी से विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया गया है।

विशेष सत्र के अगले दिन 6 फरवरी को मसौदे क्षेत्र के पटल पर मसौदे के रूप में रखा जाएगा।

विधानसभा में सत्य पक्ष और सहमति यूसीसी ड्राफ्ट में मूर्तियों पर चर्चा शामिल है। इन सबके बाद ड्राफ्ट को बिल का रूप दिया जाएगा।

UCC को लेकर कब क्या हुआ? साल 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में बीजेपी सरकार आने पर यूसीसी लागू करने का वादा किया। इसके बाद मई 2022 में उत्तराखंड में यूसीसी ड्राफ्ट तैयार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस रंजना प्रकाश ओझा की अध्यक्षता में पांचवी सामुहिक समिति की थी।

समिति में जस्टिस डूंगवाल के अलावा दिल्ली उच्च न्यायालय के जज राम लक्ष्मी, सामाजिक कार्यकर्ता मनु गौड़, पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह और दून यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर सुरेखा डंगवाल शामिल हैं।

समिति ने प्रदेश के 13 विद्वानों में विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और सभी धर्मों के लोगों से यूसीसी को सुझाव लेने के लिए सुझाव दिए हैं, जिन सुझावों के बाद यह मसौदा तैयार किया गया है। समिति को प्रदेश भर के 2.50 लाख से अधिक सुझाव (ऑनलाइन और पाइपलाइन) मिले हैं। इनके आधार पर यूसीसी का ड्राफ्ट तैयार हो चुका है।

अब तक चार बार बढ़ी समिति का पद

  • 27 मई 2022 को कमेटी कमेटी की ओर से कहा गया।
  • 27 मार्च 2022 को छह महीने का समय शुरू हुआ।
  • 27 मई 2023 को चार महीने का प्रशिक्षण दिया गया।
  • 27 सितंबर 2023 से फिर चार महीने का कारोबार शुरू हुआ।
  • 26 जनवरी को 15 दिन के लिए अकादमी समिति का उद्घाटन किया गया।

ये हो सकती हैं समिति की सिफारिशें

  • यूसीसी में महिलाओं को समान अधिकार दिए जाने का निर्णय लिया जा सकता है।
  • इसके तहत हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई समेत किसी भी धर्म में संपत्ति रखने वाली महिलाओं को परिवार और माता-पिता की संपत्ति में समान अधिकार मिलेगा।
  • लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने का निर्णय यूसीसी के ड्राफ्ट में भी देखा जा सकता है।
  • UCC के अंतर्गत किसी भी पुरुष या महिला को बहु विवाह करने की अनुमति नहीं होगी।
  • लव इन लाइब्रेरी के नामांकन के प्रॉजेक्ट पर भी विचार चल रहा है।
  • बुजुर्गों की देखभाल के लिए बहू और दोस्तों को भी उनके ऊपर के बुजुर्गों की देखभाल के लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
  • किसी भी धर्म की महिला को संपत्ति में समान अधिकार दिए जाने का प्रस्ताव ड्राफ्ट में दिया जा सकता है।
  • संपत्ति में महिला को भी पुरुष के बराबर संपत्ति का अधिकार दिए जाने का प्रस्ताव शामिल हो सकता है।
  • गोद ली जाने वाली संतों के अधिकार में बड़ा फैसला हो सकता है, इसके नियमों में भी बदलाव की संभावना है।
  • यूसीसी के ड्राफ्ट में सामुदायिक नियंत्रण कानून की सिफारिश शामिल की जा सकती है।
  • मुस्लिम समाज में हलाला और इद्दत की दावत को खत्म करने की वकालत की जा सकती है।

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