आईएनएस संध्याक आज विशाखापत्तनम में चालू हो गया | आईएनएस सायक का आज विशाखापत्तनम में कमीशन: समुद्री सुपरवाइजर स्क्वाड्रन, 11 हजार वर्ग रेंज; बोफोर्स गन लगी, चेतक सुपरमार्केट भी हो सकता है

विशाखापत्तनम5 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

भारतीय नौ सेना का आईएनएस सामिक आज विशाखापत्तनम में शामिल किया जाएगा। यह एक सर्वेक्षण पोत है, जो समुद्र में निगरानी को और मजबूत बनाएगा।

इस जहाज की रेंज 11 हजार किमी है। यह बंदरगाहों से लेकर समुद्री तट तक की निगरानी की जाती है। जहाज़ में बोफोर्स गन भी लगी होती है और चेतक हेलिकॉप्टर में भी ज़मानत की जरूरत होती है।

आईएनएस सांकेतिक क्या है
आईएनएस सायक पहली बार नौसेना में शामिल नहीं किया जा रहा है। इसका पुराना संस्करण 1981 से 2021 तक भारतीय नेवी का हिस्सा रहा है। जिसे 4 जून 2021 को पोस्ट किया गया। पुराने संस्करण का उपकरण सर्वेक्षण नया जहाज काफी उन्नत है।

सांकेतिक का रोल क्या है
सामीक जहाज का मुख्य कार्य सर्वेक्षण और नेविगेशन को बेहतर बनाना है। समुद्र की गहराई में वैज्ञानिक ग्राफ़िक सर्वेक्षणकर्ता कई जानकारियाँ साझा करते हैं। मल्टी-बीम इको-साउंडर्स में यह गहरा और उभरा हुआ पानी है। साथ ही समंदर के अंदर आ रहे किसी भी जहाज को ट्रैक कर सकते हैं। सामीक में सैटेलाइट बेस्ड मार्केटिंग सिस्टम भी मौजूद है।

नेवी को क्या फायदा होगा
यह जहाज नौसेना के कई मिशन में अहम भूमिका निभाएगा। सामीक जोड़ों को जोड़ने का स्थान। बंदरगाह, नेविगेशनल चैनल/रूट, तटीय क्षेत्र और गहरे समुद्रों का पूर्ण पैमाने पर माइक्रोस्कोपिक सर्वेक्षण करना है।

रेंज और देशी क्या है
नई साईक दो डीजल इंजन सेवा उपलब्ध है। समंदर में इसकी स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा है। वहीं रेंज 11 हजार किलोमीटर है। जहाज की लंबाई 288.1 फीट, वजन 3400 टन है। यह 80 स्वदेशी है। जहाज़ पर 18 अधिकारी और 160 नौसैनिक प्रतिष्ठान हो सकते हैं।

ऐसे कितने जहाज़ नेवी के पास
यह जहाज मेसर्स गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई), कोलकाता ने बनाया है। भारतीय नौसेना के लिए जीआरएसई के चार सर्वे वेजल जहाज बनाए जा रहे हैं। आईएनएस सैमिक इस श्रृंखला का पहला जहाज है।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस जहाज को बनाने की प्रक्रिया 12 मार्च 2019 को शुरू हुई थी। इसे 5 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था. बंदरगाहों और समुद्र में कई तरह के शिलालेखों के बाद आईएनएस शामक को 4 दिसंबर 2023 को नेवी डे के मौक़े पर नौसेना को फिर से स्थापित किया गया था और 3 फरवरी को इसे कमीशन किया गया था।

ये खबर भी पढ़ें…
अरब में पहली बार आईएनएस विक्रमादित्य-विक्रांत एकसाथ: नेवी के सबसे बड़े घोटाले में 35 फाइटर जेट, हेलिकॉप्टर और सबमरीन शामिल हुए

हिंद महासागर में चीन के पर्यटन यात्रियों का मुकाबला करने के लिए ने इंडियन सागर में पिछले साल जून में अरब में सबसे बड़े चोरों की खोज की थी। नेवी ने पहली बार अपने सहयोग एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत को एक साथ समुद्र में उतारा। इन एयरक्राफ्ट से मिग-29K समेत 35 लड़ाकू विमान भी उड़ाए गए। साथ ही समुद्र के अंदर अपनी शक्ति दिखाने के लिए इंडियन ने सबमरीन की भी जांच की। पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *