मुंबई3 मिनट पहले
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केंद्रीय मंत्री बने सोमनाथ ने मंगलवार को कहा कि किसी भी पार्टी की सरकार में एक बात यह है कि जो अच्छा काम करता है उसे सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती।
करिश्मा ने मुंबई में एक कार्यक्रम में ये बात कही। उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद और चर्चाओं में सोच में अंतर होना समस्या नहीं है। समस्या है मेडिकल की कमी होना। ऐसे लोग जो अपने समान पर अड़े रहते हैं, ऐसे लोगों की संख्या कम होती जा रही है। विभिन्न में गिरावट होना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। न दक्षिणपंथी और न वामपंथी, हमें ऑपरच्युनिस्ट (अवसरवादी) समझा जाता है। ऐसे लोग खास तौर पर पक्की पार्टी से जुड़े रहना चाहते हैं।
बोरिस बोले- नेता आते-जाते रहते हैं, लेकिन उनका काम ही उनका सम्मान है
चौधरी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और मोदी के शब्दों में कहा गया है कि भारत लोकतंत्र की जननी है। अच्छा काम करने वाले को सम्मान नहीं मिलता और बुरा काम करने वाले को कभी सजा नहीं मिलती। हमारी ऐसी ही खूबी की वजह से हमारा डेमोक्रेटिक एवेन्टेंस सिस्टम दुनिया के लिए उपयुक्त है।
उन्होंने कहा कि नेता आते-जाते रहते हैं, परन्तु उन्होंने अपने-अपने विद्युत क्षेत्र के लोगों के लिए जो काम किया है, उन्हें अंतिम रूप दिया गया है। पब्लिसिटी और पॉप्युलैरिटी जरूरी हैं, लेकिन उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में जो काम किया है, वह संसद में अपनी कही बातों से सबसे ज्यादा जरूरी हैं।
बहरीन बोले- कई नेताओं से बहुत कुछ सीख
चौधरी ने राजद प्रमुख अस्वीकृत प्रसाद यादव के भाषण की कला की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि वे पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के व्यवहार, सादगी और व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखते हैं। अटल बिहारी बैतूल के बाद जिस व्यक्ति से प्रभावित होकर वे जॉर्ज फर्नांडिस थे।
चौरसिया ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की भी जय-जयकार की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की वजह से ही लोकतंत्र मजबूत हुआ है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद वे ऑटो-ग्राफी में बने रहे और उनकी स्थिति बेहद साधारण थी। उन्होंने कहा कि नेताओं को ऐसे लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए।