नई दिल्ली13 मिनट पहले
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यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने ग्रेजुएट्स को नौकरी और इंटर्नशिप के लिए योग्यता अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। इंटर्नशिप मार्केटिंग, डिजिटल और हाइब्रिड मॉड पर होगी।
इसे अनवरत सत्र से ही लागू किया जा सकता है। यह इंटर्नशिप चौथा सेमेस्टर (दो वर्ष) के बाद न्यूनतम 60 से 120 घंटे की होगी। इंटर्नशिप में इलेक्ट्रॉनिक्स के कार्य अनुभव और रिसर्च वर्कशॉप दोनों को शामिल किया जाएगा।
इंटर्नशिप करने से 2 से 4 क्रेडिट भी हासिल होगा। इंटर्नशिप के एक क्रेडिट का मतलब 30 घंटे का काम या फिर पढ़ाई होगी। ये 15 सप्ताह के एक सैमुअल के बीच दो घंटे प्रति सप्ताह हो सकता है।
चार साल के अंडर मर्चेंट प्रोग्राम (ऑनर्स विद रिसर्च) के छात्रों का 8वें साल यानी चौथे साल के आखिरी छह महीने की इंटर्नशिप में गुजरात होंगे। आस्था के वफादार प्रो. एम. जगदेश कुमार ने बताया कि प्रोग्राम के तहत करिकुलम एंड क्रेडिट फ्रेमवर्क को इसमें शामिल किया गया है।
सरकारी और निजी क्षेत्र में कई सेक्टर शामिल हैं
अपने इंटर्नशिप को इंटर्नशिप और सब्जेट के दिशानिर्देशों में या स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं। सरकारी और निजी कोचिंग, शिक्षण कोचिंग, अस्पताल, स्थानीय कोचिंग, कोचिंग, कोचिंग, बिजनेस हाउस, कक्षा वर्कशॉप और एग्रीकल्चर से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में इंटर्नशिप हो।
इंटर्नशिप के लिए मैकेनिज्म बनें
यूजीसी के नए दस्तावेजों के अनुसार, सभी कॉलेज-यूनिवर्सिटीज डिजिटल पोर्टल। पोर्टल पर बैचलर, बैचलर, प्लांटर और फैकल्टी मेंबर रजिस्टर कर अपने प्रोजेक्ट्स को साझा करेंगे।
यहां सेटर और प्रोजेक्ट्स का चयन कर फ़ेमस। इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए फ़्लोरिडा ऑफ़िसर की नियुक्ति की जाएगी। वह स्थानीय छात्रों और विभिन्न सेक्टरों से संपर्क करके इंटर्नशिप के लिए उपलब्ध तकनीशियनों से संपर्क कर सकता है। ग्रुप इंटर्नशिप का भी प्रोविजन होगा। छात्रों के पास समर और विंटर ब्रेक में इंटर्नशिप जारी रखने का विकल्प होगा।