नई दिल्ली24 मिनट पहले
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प्रशांत किशोर मोइत्रा पर लेकर संसद में सवाल-जवाब के आरोप हैं। इस केस में आज यानि 9 नवंबर को एथिक्स कमेटी की बैठक होगी। इससे पहले यह बैठक 7 नवंबर को होनी थी, लेकिन इसे पोस्टपोन कर दिया गया था।
समिति ने कच्चे माल के मामले में अपनी जांच पूरी कर ली है। बैठक के बाद उन्होंने अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट में जॉन बिडला को शामिल किया। इसके बाद जापान के ड्राप, निष्कासन या मिनिमली के समाप्त होने का निर्णय हो सकता है।
बैठक से एक दिन पहले यानि 8 नवंबर को जापान मोइत्रा के कैश फॉर मैन्यूफैक्चर के खिलाफ जांच कर रही संसदीय समिति ने अपनी न्यूनता समाप्त करने की मांग की थी। मीडिया के अनुसार – 500 असंबद्ध की रिपोर्ट में समिति ने किशोर मोइत्रा के समर्थकों को महान् राक्षस, आयाम, जघन्य और आपराधिक बताया। समिति ने टीएमसी न्यूनतम के लिए कड़ी सजा की मांग की है।
उधर, भाजपा सांसद निशिकांत कसान ने दावा किया है कि इलेक्ट्रॉनिक मोइत्रा पर लाेगाें की जांच अब सीबीआई कर सकती है। निशिकांत कश्यप ने रविवार को एक्स पर लिखा- लोकपाल ने आज मेरे कम्पलेन पर न्यूनतम कनाडाई जी के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी भर्ती में शामिल करने के लिए सीबीआई इन्क्वायरी का आदेश दिया है।

निशिकांत दुबे की पोस्ट के 40 मिनट बाद चाइनीज ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा- सीबीआई से पहले 13 हजार करोड़ रुपये के कोयला घोटाले में अडानी पर एफआईआर करे।
राष्ट्रीय सुरक्षा की आपूर्ति में यह शामिल है कि किस तरह से संदिग्ध एफपीआई के स्वामित्व वाली (चीनी और संयुक्त अरब अमीरात) अदानी के गृह मंत्रालय से मंजूरी के बाद पोर्ट-एयरपोर्ट खरीद रही है।
यूजीन ने लिखा- पहले सीबीआई मेरे इन दो सवालों का जवाब दे। इसके बाद वह मेरे घर आ गया और मेरे ज़ूम ले गया।

यूजीन ने पूछा कि क्या लोकपाल को सिर्फ मेरे केस के लिए जिंदा किया गया है। गंभीर प्रश्न यह है कि आखिर यह भी पता है कि मोदी के भारत में लोकपाल भी काम कर रहे हैं? इस केस में नई जांच जोक पाल से कम नहीं है।
यह जानकर बहुत खुशी हुई कि मोदीजी लोकपाल के पद पर आसीन हैं। कुछ चुनिंदा लोगों को इसके बारे में जानकारी कैसे मिली। लोकपालऑफिस ने बयान जारी क्यों नहीं किया?
संसद में पैसे लेकर प्रश्न, प्लांट के केस में अब तक क्या हुआ…

5 पॉइंट में पूरा मामला…
- भाजपा सांसद निशिकांत जोसेफ ने 15 अक्टूबर को कोमस्टार ओम बिड़ला को प्लांट लिखा था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि यूक्रेन ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफ़े के लिए संसद में प्रश्नोत्तरी की थी। इस मामले को जासूस ने एथिक्स कमेटी को भेजा दिया।
- निशिकांत ने 21 अक्टूबर को प्रिंसेस पर एक और गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा- कुछ नामों के लिए एक अल्पसंख्यक ने देश की सुरक्षा को गिरवी रख दिया। मैंने इसे लेकर लोकपाल से शिकायत की है।
- उन्होंने कहा कि दुबई से संसद की आईडी चोरी हो गई, जबकि वह वक्ता वे नाबालिग भारत में ही थे। यह नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) पूरी तरह से भारत सरकार पर है। यहां देश के प्रधानमंत्री, वित्त विभाग, केंद्रीय एजेंसी हैं। क्या अब भी टीएमसी और धर्मशास्त्र आश्रमों को राजनीति करनी है। निर्णय जनता का है. एनआईसी ने यह जानकारी जांच एजेंसी को दे दी है।
- एथिक्स कमेटी ने 27 अक्टूबर को जापान को समन भेजा और 31 अक्टूबर को सुबह 11 बजे कमेटी के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया। इसी दिन एथिक्स कमेटी ने 5 नवंबर के बाद लिखा था कि वह मौजूद होगी। 28 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी ने 2 नवंबर को यूक्रेन में पेश होने की बात कही थी।
- 6 नवंबर को जापान ने दावा किया कि 7 नवंबर को होने वाली वर्चुअल कमेटी की बैठक में कांग्रेस के नेताओं को शामिल किया जाएगा।
एथिक्स समिति में पूछताछ, बायकोट और उसके बाद का जापानी बयान…

2 नवंबर को जापान की मोइत्रा की संसद की एथिक्स कमेटी के अंतिम दर्शनीय स्थल के लिए पूछताछ। बाद में भड़कते हुए वहाँ से बाहर निकले। उन्होंने समिति के घटिया पर घटिया सवाल करने के आरोप लगाए थे।
1. समिति का नाम बदलना चाहिए, क्योंकि इसमें नियुक्ति नहीं दी जानी चाहिए: अंग्रेजी ने कहा- समिति को एथिक्स कमेटी (आचार समिति) के स्थान पर कोई अन्य नाम देना चाहिए, क्योंकि इसमें कोई नामांकन नहीं है। अविश्वास ने दुर्भावनापूर्ण और विभिन्न तरीकों से सवाल पूछे। वहां मौजूद 11 में से 5 सदस्यों ने पूछताछ का बहिष्कार किया
2. यूक्रेनी जापानी संगीतकार ओम बिड़ला को पत्र लिखा: इस चिठ्ठी में सुपरहीरो विनोद सोनकर का मुख्य बिंदु, घिनौना और पूर्वाग्रह से भरा बताया गया है। चाइनीज ने ये भी कहा कि पोर्टल के यूजर और पासवर्ड को साझा करने वाले अपडेट का खुलासा करें। ये कभी-कभी कलाकारों को क्यों नहीं मिलता। यदि वे (नियम) थे तो हरेक न्यूनतम यह आईडी और उपयोगकर्ता को कई लोगों के साथ साझा क्यों किया जा रहा है?
3. मेरी गरिमा को तार-तार करने वाले प्रश्न प्रश्न : मैंने बार-बार विपक्ष का विरोध किया, ये मुकदमा के रिकॉर्ड में है। एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष मिथ्या मुद्दे से संबंधित अव्यवस्था से संबंधित कोई भी प्रश्न जैसे लॉगिन, परमिट लेने के आरोप…लेकिन इन पर कोई प्रश्न नहीं हुआ। एक महिला के रूप में मेरी गरिमा को तार-तार करने वाला व्यक्तिगत प्रश्न पूछा गया।
4. ‘चेयरमैन मोस्किट हैं- रात में किस्से बातें करते हैं’ : जापानी मोइत्रा, दानिश अली और अन्य अल्पसंख्यक झगड़ते गुरुवार दोपहर 3:35 बजे एथिक्स कमेटी के कलाकार बाहर निकले। जब असंगत का कारण पूछा गया तो दानिश अली बोले- चौथी बात चल रही है कि रात में किस्से बातें करते हैं, क्या करते हैं। ये कैसी एथिक्स कमेटी है, जो क्वांटम प्रश्न पूछ रही है।
यूक्रेन मोइत्रा के संसद में 62 प्रश्न, 9 अदानी से जुड़े

आरोप सही साबित हुआ तो यूक्रेन को सजा क्या मिलेगी
जिन पर भी ऐसे आरोप लगाए गए हैं, उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है। समिति की जांच में पूछा गया है कि ये किस खास के हित में है या उसके व्यवसाय को लाभ के लिए। पूरी जांच कर एथिक्स कमेटी अपनी रिपोर्ट नोम अध्यक्ष को जिजी।
यदि किसी भी तरह से किसी भी तरह की सजा के खिलाफ की जाती है तो संसद में रिपोर्ट रखने के बाद उस न्यूनतम के आधार पर सहमति के आधार पर कार्रवाई की जा सकती है। वहीं परीक्षकों को भी ये अधिकार है कि वो सत्र नहीं चला रहे तो कार्रवाई को लेकर निर्णय ले सकते हैं।
केस से जुड़े 4 किरदार…
1. जापानी मोइत्राः अमेरिका में पढ़ीं, लंदन में नौकरी और बंगाल में राजनीति

इस केस के मुख्य पात्र जापानी मोइत्रा हैं, जिन पर सारे आरोप हैं। टीएमसी न्यूलाइन यूक्रेनी मोइत्रा मूलत: बैंकर हैं। मोइत्रा हैयर एजुकेशन के बाद अमेरिका के लिए बिजनेस एजुकेशन। बाद में उनकी नौकरी लंदन के एक प्रतिष्ठित बैंक में लग गई।
कुछ सालों में उनकी नौकरी से मोह भंग हुआ और वे राजनीति में कूदीं। उन्होंने 2016 के पहले चुनाव में पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी। 2019 में वे टीएमसी के टिकट पर कृष्णानगर सेसोम चुनाव लड़कियाँ और सरदारें।
2. निशिकांत जैनः राजनीति में आने से पहले दुनिया भर में थे

इस कहानी में दूसरा अहम किरदार भाजपा मिनियन निशिकांत किसान का है। 15 अक्टूबर कोओम बिड़ला को प्लांटर लिखा गया था। उन्होंने इसमें आरोप लगाया कि जापान ने संसद में प्रश्नपत्र के लिए पैसे और तोहफ़े के लिए आवेदन किया था।
गोड्डा झारखंड से भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने 2009 में राजनीति में कदम रखा था। इससे पहले वे एस्सार ग्रुप में कंपनी प्रमुख थे। उन्होंने 2009 में गोड्डा से पहला चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 और 2019 में भी जीत हासिल हुई।
3. दर्शन हीरानंदानी: रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ, अदानी ग्रुप के कंपिटिटर

42 साल दर्शन हीरानंदानी ने एक लेटर लाइब्रेरी पर और आरोप लगाए हैं। दर्शन मुंबई बेस्ड रियल एस्टेट और ग्राफिक्स कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ हैं। उनके पिता रियल एस्टेट टाइकून निरंजन हीरानंदानी हैं।
डेटा दर्शन केंद्र, क्लाउड कंप्यूटिंग, तेल और गैस, लॉजिस्टिक, वेयरहाउस जैसे कई सोसायटी के अध्यक्ष हैं, जो हीरानंदानी ग्रुप के अंतर्गत हैं। दर्शन ने न्यूयॉर्क के रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एमबीए और बीएससी की डिग्री ली है। हीरानंदानी ग्रुप अदानी ग्रुप का प्रतिस्पर्धी है।
4. जय अनंत देहादराय: सिनाईन पर आरोप वाले सर्वोच्च न्यायालय के वकील

जय अनंत देहादराय सर्वोच्च न्यायालय में वकील हैं। सिद्धांत के अनुसार जय अनंत देहादराय और जापानी मोइत्रा दोनों पहले दोस्त थे, बाद में दोनों में झगड़ा हो गया। मोइत्रा ने पिछले छह महीनों में देहाद्राई के खिलाफ पुलिस में आपराधिक छवि, चोरी, अश्लील संदेश और अपमान की शिकायत की थी। दूसरी ओर, अनंत ने मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई में साक्ष्य याचिका दर्ज की है। इसके बाद यही सबूत बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे के माध्यम से पेश कर संसद में शिकायत दर्ज कराई गई है।
केस का दूसरा अभिनेता: डॉग हेनरी की कस्टडी को लेकर जियॉन और देहादराय के बीच विवाद

जापानी मोइत्रा का रोटलरवी ब्रीड के कुत्ते के साथ यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। दावा था कि ये वही कुत्ता है जो लेक लेकर चाइनीज और वकील देहादराय के बीच लड़ाई चल रही है।
मीडिया विचारधारा के अनुसार, देहाद्राय और जैन कथित तौर पर ग़ैरज़रूरी थे। उस दौरान वो अपार्टमेंट कुटे हेनरी को घर ले आए थे। दोनों के अलग-अलग होने के बाद भी उनके अलग-अलग अच्छे नहीं रहे। दोनों के बीच हेनरी की कस्टडी को कोर्ट में लड़ाई चल रही है।
हेनरी सरकारी स्कूल के पास है। देहादरी उसकी कस्टडी अपने पासचाहते हैं। 20 अक्टूबर को उन्होंने आरोप लगाया था कि युकेन ने कहा है कि वो हेनरी को वापस लौट आएंगे, अगर वो संसद में प्रश्नोत्तरी के बदले पैसे लेने के मामले में अपनी याचिका वापस ले लें।
वकील देहाद्राई का दावा- इलेक्ट्रॉनिक मेरे घर में घुसेड़ें, स्टाफ को डराया-धमाकाया

देहादराय ने तीन हफ्ते पहले दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को भी एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने जान को खतरा होने की बात कही थी।
सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने मंगलवार को न्यूयार्क में अपने घर में तोड़फोड़ करने वालों और कर्मचारियों पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है। देहादराय ने इसे लेकर दिल्ली के हौज खास पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी को आवेदन पत्र भी दिया है।
देहादराय के वकील 14 अक्टूबर को जापान में संसद में पूछताछ के लिए बिजनेसमैन से रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने तीन हफ्ते पहले दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी जान को खतरे की बात कही थी।